दिल सबका धड़कता है ।
हिमांशु
किसी का कम,किसी का ज्यादा,
दिल सबका धड़कता है ।
किसी में कम ,किसी में ज्यादा,
भाव हर दिल में होता है।
कोई तो मौन रहता है,
कोई तो व्यक्त करता है।
कोई शब्दों से कहता है,
कोई आँसु से लिखता है ।
मुहब्बत में एक ना एक दिन,
सभी को पड़ना पड़ता है।
किसी का कम, किसी का ज्यादा,
दिल सबका धड़कता है ।
आँखों से आँखों की बातें,
यहाँ हर लम्हा होतीं हैं।
ख्यालों में वो रहता,
खुद ही से बातें करता है,
ये दिल पागल बनकर के,
किसी की यादों में रोता है।
किसी का कम, किसी का ज्यादा,
दिल सबका धड़कता है ।
मुहब्बत उम्र ना देखें,
मुहब्बत शक्ल ना देखें,
ये तन और धन में,
कहाँ, कब फर्क करता है ।
मुहब्बत हो अगर सच्ची,
तो ये केवल मन को पड़ता है ।
किसी का कम, किसी का ज्यादा,
दिल सबका धड़कता है ।
हिमांशु पाठक
अदिति झा
03-Feb-2023 11:41 AM
Nice 👍🏼
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Gunjan Kamal
02-Feb-2023 12:13 PM
बहुत खूब
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Varsha_Upadhyay
01-Feb-2023 09:34 PM
Nice 👍🏼
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